Indian Railways: रेलवे का सबसे ज्यादा जोर यात्रियों की सुरक्षा पर, बजट में मिला रिकॉर्ड आवंटन

इस बार के बजट में भारतीय रेलवे पर विशेष फोकस किया गया है। सरकार ट्रेन के साथ-साथ यात्रियों की सुरक्षा पर भी खास ध्यान दे रही है। सरकार रेल ट्रैक पर कवच लगाने की तैयारी में है जो दस हजार किमी तक की होगी। इसके साथ ही नए ट्रैक बनाने के लिए लगभग 75 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

नई दिल्ली। हाल के कुछ दिनों में ट्रेनों के बेपटरी होने की घटनाओं में वृद्धि का सबक है कि रेलवे ने सुरक्षा पर फोकस बढ़ा दिया है। आम बजट में ट्रेनों के साथ-साथ यात्रियों की सुरक्षा पर सबसे ज्यादा, कुल बजट का लगभग 40 प्रतिशत से अधिक खर्च का प्रबंध किया गया है। दस हजार किमी रेल ट्रैक पर कवच लगाया जाना है। नए ट्रैक एवं डबल गेज पटरियों के निर्माण पर 75 हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जाने हैं। इसके अतिरिक्त सिग्नलिंग सिस्टम में सुधार, नई तकनीक, फ्लाईओवर एवं अंडरपास बनाने पर जोर दिया जाएगा।

बजट में रेलवे को मिला रिकॉर्ड आवंटन

आम बजट में वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान रेलवे के पूंजीगत व्यय के लिए 2,62,200 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड आवंटन किया गया है। पिछले वित्त वर्ष में सकल बजटीय सहायता 2,40,200 करोड़ रुपये थी, जिससे इस बार 22 हजार करोड़ रुपये अधिक है। भारतीय रेल को इतनी राशि पहली बार मिली है। 2013-14 के आम बजट में रेलवे को सिर्फ 28,174 करोड़ रुपये मिले थे।

रेल मंत्री का दावा, रेलवे को विश्वस्तरीय बनाने में मिलेगी मदद

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दावा किया है कि इस बजट के प्रविधानों से रेलवे को विश्वस्तरीय बनाने में मदद मिलेगी। यात्रियों की सुरक्षा रेलवे के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्र बने हुए हैं। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कुल आवंटित बजट में से 1.08 लाख करोड़ रुपये सिर्फ सुरक्षा प्रबंधन पर खर्च किए जाएंगे। ज्यादा भीड़ वाले रूटों पर ट्रेनों की संख्या बढ़ाना है।

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