प्रदूषण हाल-फिलहाल तेजी से बढ़ती हुई बहुत बड़ी समस्या है। वायु प्रदूषण के साथ प्लास्टिक प्रदूषण के भी खतरों को जानना जरूरी है। प्लास्टिक ऐसा खतरनाक पदार्थ है जो कई सालों तक नष्ट नहीं होता और धीरे-धीरे हमें और हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता रहता है। इन्हीं खतरों के बारे में लोगों को बताने के लिए हर साल 3 जुलाई को International Plastic Bag Free Day मनाया जाता है।
नई दिल्ली। लगातार बढ़ता प्लास्टिक प्रदूषण मनुष्यों से लेकर जीव-जंतुओं तक के लिए बहुत बड़ा खतरा बन कर उभर रहा है। प्लास्टिक प्रदूषण प्लास्टिक के कचरे से पैदा होता है। ये एक नॉन- बायोड्रिग्रेडेबल प्रोडक्ट है, जो सैकड़ों सालों तक नष्ट नहीं होता और हमारी सेहत के साथ पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाता है। आसानी से उपलब्ध हो जाने और टिकाऊ होने के चलते हम प्लास्टिक और उससे बनी चीजों का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं, लेकिन अगर आपने अभी इसके खतरों के बारे में नहीं जाना-समझा, तो इसके बहुत गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
प्लास्टिक के इन खतरों से अवगत कराने के उद्देश्य से हर साल 3 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस मनाया जाता है। जिसके जरिए लोगों को प्लास्टिक के ऐसे ऑप्शन्स अपनाने की सलाह दी जाती है, जिससे पर्यावरण को बचाने में सहयोग किया जा सके।