फिजिकल और मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद है Climbing, कुछ जरूरी तैयारियों के साथ बना सकते हैं इसे यादगार

हर साल 1 अगस्त को राष्ट्रीय पर्वतारोहण दिवस (National Mountain Climbing Day) मनाया जाता है जिसका मकसद लोगों को इस एडवेंचर एक्टिविटी के बारे में बताना और इसमें आने वाले चैलेंजेस से जागरूक कराना है। क्लाइम्बिंग के लिए सबसे पहले अपने शरीर को तैयार करना जरूरी है। तभी आप इसे बिना किसी दुर्घटना के पूरा कर पाएंगे। क्लाइम्बिंग के लिए पैकिंग भी समझदारी से करें।

नई दिल्ली। राष्ट्रीय पर्वतारोहण दिवस हर साल 1 अगस्त को मनाया जाता है। राष्ट्रीय पर्वतारोहण दिवस पर्वतारोहण के इतिहास और रोमांच की भावना की याद दिलाता है। यह दिन संयुक्त राज्य अमेरिका में खासतौर से मनाया जाता है। यह दिन पर्वत संरक्षण, सुरक्षा प्रथाओं और जिम्मेदार चढ़ाई के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए भी काम करता है। राष्ट्रीय पर्वतारोहण दिवस के दिन कई संगठन कार्यशालाएं और पर्वतारोहण से संबंधित प्रतियोगिताओं का आयोजन करते हैं।

माउंटेन क्लाइम्बिंग में क्या चैलेंजेस आते हैं सामने?

  • माउंटेन क्लाइम्बिंग के दौरान सबसे बड़ी प्रॉब्लम होती है, वो है लगातार गिरते टेंपरेंचर में सर्वाइव करना। इसके अलावा चढ़ाई के दौरान हिमस्खलन और लैंड स्लाइड की घटनाएं भी बाधा बनती हैं।
  • तापमान में लगातार होने वाले बदलावों के चलते सेहत संबंधी कई सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। 
  • माउंटेन क्लाइम्बिंग में कई सारे उपकरणों की जरूरत पड़ती है और इनकी कीमत लाखों में होती है। 

पर्वतारोहण से पहले कर लें ये तैयारी

  • पर्वत पर चढ़ाई करने के लिए सबसे पहले अपनी बॉडी को तैयार करें। इसके लिए एक्सरसाइज के साथ डाइट पर भी फोकस करें।
  • क्लाइम्बिंग में बॉडी को आपके मेंटल सपोर्ट की भी जरूरत होती है। दिमाग है हार गए, तो कभी पर्वतारोहण में सफल नहीं हो सकते। इसके लिए एक्सरसाइज के साथ-साथ मेडिटेशन भी करें।
  • माउंटेन क्लाइम्बिंग में अपनी बैकपैकिंग को लाइट रखें। जिससे उसे लेकर कैरी करना हो, तो दिक्कत न हो।
  • तापमान के हिसाब से शूज, गल्वस, ग्लासेज आदि रखें।
  • क्लाइम्बिंग से किसी तरह के रिस्क से बचने के लिए रूट को ही फॉलो करें। 

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