नीट यूजी 2024 एग्जाम में गड़बड़ियां करने वाले आरोपियों की पहचान कर उन्हें लगातार गिरफ्तार किया जा रहा है। इसी क्रम में अब पुलिस ने दो आरोपी शिक्षक शिक्षक संजय जाधव और जलील पठान को गिरफ्तार कर लिया है। यह आरोपी स्टूडेंट्स से नंबर बढ़वाने के नाम पर 5 लाख रुपये लेते थे। इसमें से वे एडमिट कार्ड के टाइम पर 50 हजार रुपये एडवांस के तौर पर वसूलते थे।
एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली। नीट यूजी एग्जाम से जुड़ी नई-नई जानकारियां बाहर आ रहीं हैं और साथ यह भी पता चल रहा है कि कैसे नीट परीक्षा में गड़बड़ियों को कैसे अंजाम दिया जा रहा था। अब तक नीट 2024 मामले में 25 लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं। इसी में से लातूर, महाराष्ट्र के चार आरोपियों में से दो को गिरफ्तार किया जा चुका है है। पुलिस की ओर से अभी तक दो शिक्षकों संजय जाधव और जलील पठान को कोर्ट में पेश किया जा चुका है जहां जज एमएन चव्हाण ने इस केस की सुनवाई करते हुए आरोपियों को 2 जुलाई तक के लिए पुलिस हिरासत में भेजने का फैसला सुनाया है।
नंबर बढ़वाने के लिए पैकेज निर्धारित
नम्बर बढ़वाने के लिए 4 लोग मिलकर रैकेट चला रहे थे। यह रैकेट 5 लाख में छात्रों को नंबर बढ़वाने के नाम पर लालच देकर उन्हें फंसाने का काम करते थे। पांच लाख रुपये में से 50 रुपये यह गिरोह एडमिट कार्ड भेजते समय एडवांस के रूप में मांगते थे।
बातचीत के लिए सांकेतिक भाषा का करते थे उपयोग
स्टूडेंट्स से बातचीत के लिए आरोपी सांकेतिक भाषा का उपयोग करते थे। पुलिस के द्वारा आरोपी शिक्षकों और उमरगा आईटीआई में काम कर रहे सुपरवाइजर इरन्ना कोंगलवार के घरों की तलाशी के दौरान उन्हें 6 मोबाइल जब्त किये गए जिसमें सांकेतिक भाषा के उपयोग का सबूत मिला है। मोबाइल की जांच के लिए फॉरेंसिक लैब में भेज दिया गया है।
दिल्ली में गंगाधर मुंडे से जुड़ रहे आरोपियों के तार
इन सभी आरोपियों के तार दिल्ली में गंगाधर मुंडे से जुड़ रहे हैं। आरोपी संजय जाधव और जलील पठान छात्रों से रुपये लेकर कोंगलवार तक पहुंचाने के काम करते थे। कोंगलवार यह रकम दिल्ली में गंगाधर मुंडे को भेजता था। इन तीनों आरोपियों के तार गंगाधर मुंडे से जुड़ने के बाद अब पुलिस की टीम को उसे गिरफ्तार करने दिल्ली के लिए रवाना कर दिया गया है।