कनाडा में 1985 के कनिष्क बम विस्फोट की 39वीं बरसी के दौरान कनाडा की रणनीति पर भारतीय उच्चायुक्त ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा सभी शांतिप्रिय देशों और लोगों की तरफ से आतंकवाद की निंदा की जानी चाहिए।1985 में अल-182 पर बमबारी सहित आतंकवाद को प्रचार करना गलत है। साथ ही पत्रकार डैनियल बॉर्डमैन ने भी कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर आरोप लगाया है
कनाडा। कनाडा की राजधानी ओटावा में भारतीय मिशन ने 1985 के कनिष्क बम विस्फोट की 39वीं बरसी मनाई। बता दें कि इस घटना में एयर इंडिया के विमान में सवार 86 बच्चों समेत 329 लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान भारतीय उच्चायुक्त ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया है। भारतीय उच्चायुक्त का कहना है, 1985 में अल-182 पर बमबारी सहित आतंकवाद को प्रचार करने का कोई भी काम गलत है। उन्होंने कहा, सभी शांतिप्रिय देशों और लोगों की तरफ से इसकी निंदा की जानी चाहिए। यह दुर्भाग्य है कि कनाडा में कई मौकों पर ऐसी कार्रवाइयों को नियमित होने की अनुमति दी जाती है।
लोगों को दी श्रद्धांजलि
बता दें कि उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने इस घटना में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने ये भी कहा था, ‘दुनिया में किसी भी देश की सरकार को राजनीतिक लाभ के लिए अपने क्षेत्रों से उत्पन्न होने वाले आतंकवाद के खतरे को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।